This is a sample scrolling text that has scrolls texts to the left.

Breaking News

latest

एम्स में राजस्थान का पहला बड़े भोजन नली के लिपोमा

जोधपुर   एम्स   जोधपुर   के   गैस्ट्रोएंटरोलॉजी   विभाग   ने   राजस्थान   में   पहली   बार   एक   बड़े   भोजन   नली   के   लिपोमा   का   एंड...

जोधपुर एम्स जोधपुर के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग ने राजस्थान में पहली बार एक बड़े भोजन नली के लिपोमा का एंडोस्कोपिक रूप से सफल उपचार किया है। यह प्रक्रियाजिसे सबम्यूकोसल टनेलिंग एंडोस्कोपिक रिसेक्शन (STER) कहा जाता हैपारंपरिक सर्जरी का एक न्यूनतम आक्रामक विकल्प है। यह प्रक्रिया 65 वर्षीय महिला पर की गईजो पिछले दो वर्षों से ठोस भोजन निगलने में कठिनाई (डिस्फेगियासे पीड़ित थीं।

 जांच में पाया गया कि मरीज के भोजन नली में लगभग 9 सेमी का लिपोमा थाजो भोजन निगलने में बाधा डाल रहा था। आमतौर परऐसी स्थिति में जटिल थोराकोस्कोपिक सर्जरी की आवश्यकता होती हैजिसमें छाती को खोलकर भोजन नली तक पहुंचा जाता है। हालांकिएम्स जोधपुर की कुशल टीम ने इस गांठ को एंडोस्कोपिक रूप से हटाने में सफलता प्राप्त कीजिससे मरीज को बड़ी सर्जरी से बचाया जा सका।

 

गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉआशीष अग्रवाल और डॉछगन लाल बिरदा ने बताया, "हमने सबम्यूकोसल टनेलिंग एंडोस्कोपिक रिसेक्शन करके एक बड़ी सर्जरी से बचाते हुए मरीज को कम आक्रामक और कम जोखिम वाली प्रक्रिया प्रदान की। यह राजस्थान में अपनी तरह की पहली प्रक्रिया है और यह हमारे केंद्र की जटिल एंडोस्कोपिक सर्जिकल प्रक्रियाओं को अंजाम देने की क्षमता को दर्शाता है।"

 

यह सफल प्रक्रिया एम्स जोधपुर की अत्याधुनिक उपचार विधियों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। राज्य के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में से एक होने के नातेएम्स जोधपुर गैस्ट्रोएंटरोलॉजी क्षेत्र में अत्यधिक उन्नतन्यूनतम आक्रामक एंडोस्कोपिक सर्जिकल तकनीकों के माध्यम से मरीजों को उच्चतम स्तर की स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है। राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों के मरीज अब यहां विश्व स्तरीय उपचार प्राप्त कर सकते हैं।