जोधपुर। आजकल जिस तरह से देश में अपराध हो रहे हैं, खासकर महिलाओं के साथ। उसमे अगर लोगों को आत्मरक्षा के कुछ गुर सिखा दिये जाये तो कुछ अपराधों...
जोधपुर। आजकल जिस तरह से देश में अपराध हो रहे हैं, खासकर महिलाओं के साथ। उसमे अगर लोगों को आत्मरक्षा के कुछ गुर सिखा दिये जाये तो कुछ अपराधों को होने से रोका जा सकता है। आत्म रक्षा और युद्ध के लिए भारतीय सभ्यता में अखाड़ों के माध्यम से आत्मरक्षा और युद्ध की कलाएँ सिखायी जाती थी।अखाड़ा शेख चिराग़ का इतिहास सौ साल से ज़्यादा पुराना है। उस्ताद चाँद खां को 1984 में एनसीसी कैडेट को प्रशिक्षण देने का मौका मिला था। उन्होंने अपनी पूरी टीम के साथ एनसीसी मुख्यालय पर कोर के कैडेट्स को तलवारबाजी, लाठी युद्ध और युद्ध कलायें सिखायी। एनसीसी ने चाँद खां को उत्कृष्ट और बेहतरीन प्रशिक्षण देने के लिए प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। अखाड़ों से प्रशिक्षण प्राप्त कई लोगों ने हॉलीवुड, बॉलीवुड और कई राजस्थानी फिल्मों में स्टंट मैन और फाइटर की भूमिका निभाई है।
क़ौम शेख नीलगर युवा विकास समिति और हेल्पिंग हैंड्स संस्था ने उस्ताद चाँद खां को जोधपुर सेवा सम्मान से नवाज़ा। हेल्पिंग हैंड्स संस्था के फाउंडर मो. रफ़ीक कारवां ने बताया कि पिछले कई वर्षों से जोधपुर की चुनिंदा हस्तियों को ये सम्मान दिया जा रहा है इसी कड़ी में उस्ताद चाँद खां को विभिन्न सामाजिक सेवाओं और सामाजिक सरोकार के लिए जोधपुर सेवा सम्मान दिया गया है। इस अवसर पर युवा समिति के मोहम्मद निसार, आमीन कारवां, आरजे वसीम खान, चिंटू भाटी, मो. आरिफ, अली अकबर, आबिद कारवां का सहयोग रहा। रफीक कारवां ने बताया कि क़ौम शेख नीलगर युवा विकास समिति के तत्वावधान में रक्तदान शिविर का आयोजन शीघ्र ही किया जायेगा।