जोधपुर गुलाब नगर स्थित मुनिराज सुमतिचंद्रसागर मुनि शीतल चंद्रसागर के सानिध्य में सवा करोड़ उवसग्गहरं स्तोत्र आलेखन पोथी का विमोचन विनीत कोठा...
जोधपुर गुलाब नगर स्थित मुनिराज सुमतिचंद्रसागर मुनि शीतल चंद्रसागर के सानिध्य में सवा करोड़ उवसग्गहरं स्तोत्र आलेखन पोथी का विमोचन विनीत कोठारी न्यायाधीश चेन्नई हाइकोर्ट दलबीरसिंह जी डढ़ढा उपनिदेशक निगम जोधपुर संभाग समाज के अग्रणी सोहनलाल टाटिया एवं प्रकाश जीरावला ने करके इस उत्सव का आगाज किया ।
गुरुदेव की आज्ञा से जानकारी देते हुए धनराज विनायकिया ने बताया कि उवसग्गहरं स्तोत्र जिसकी रचना 2300 वर्ष पूर्व पूज्य भद्रबाहु स्वामी द्वारा महामारी से उबरने के लिए की गयी थी आज के इस करोना काल मे करोना से उबरने के लिए गुरुभगवंतो ने इसको सवा करोड़ बार लिखने की युक्ति बताते हुए यह नारा दिया घर घर आराधना घर पर आराधना और आराधना की आराधना और महामारी हटाने की साधना दिया।इस चातुर्मास में किसी भी तरह की सामूहिक आराधना न हो पाने के कारण घर पर आराधना के साथ करोना मुक्ति की साधना हो जाएगी।
भगवान श्री पार्श्वनाथ मंदिर समिति के सचिव रंगलाल सालेचा ने बताया कि इस पुस्तक का वितरण पूरे शहर के हर क्षेत्र में कराने की व्यवस्था की जा रही है। इस विमोचन अवसर पर राजेंद्र बागरेचा पुन्याचंद कोचर राकेश भंडारी रमेश छाजेड़ रामसर आदि कई महानुभाव उपस्थित थे।
