*माहे रमजान चांद का हुआ दीदार, पहला रोजा आज* *कोरोना के खात्मे के लिए पूरे रमज़ान महीने में मोमीन भाई व बहिनें करेंगी खास दुआएं* ...
*माहे रमजान चांद का हुआ दीदार, पहला रोजा आज*
*कोरोना के खात्मे के लिए पूरे रमज़ान महीने में मोमीन भाई व बहिनें करेंगी खास दुआएं*
अबुलैस अंसारी ब्यूरो चीफ कुशीनगर
कुशीनगर । माहे रमजान उल मुबारिक के चांद के दीदार को आतुर मोमीन भाई, बहिनें सहित नन्ने मुन्ने अपने घरों की छतों पर नजर आए। शुक्रवार को सायं 6 .45 बजे चांद का दीदार हुआ। पहला रोजा शनिवार को अल सुबह शुरू होगा। देश भर में करोना महामारी व शासन व प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देश व लॉक डाउन के चलते मस्जिदों में तराबीह, की नमाज़ नहीं होगी। वहीं प्रत्येक मोमीन भाई व बहिनें सेहरी व रोज़ा इफ्तारी अपने घरों में ही करेंगे।
चांद नजर आते ही मौमीन भाई व बहिनों के चेहरों पर खुशी की चमक साफ दिखाई दे रही थी। देर रात तक मौमीन भाई, बहिनें सहित नन्हें-मुन्नों ने अपने घरों में कुरान ए पाक की तिलावत करते हुये मुल्क से कोरोना वायरस महामारी के खात्मे की दुआएं करते हुए, मुल्क में अमनों अमान व खुशहाली की कामना कर अपनी अकीदत पेश करते नजर आ रहे थे।
शुक्रवार की देर शाम तक मौमीन भाई और बहिनें सहरी व इफ्तारी के लिये लॉक डाउन का पालन करते हुए कम संख्या में जरूरी समान बाजारों से खरीददारी करते नजर आये। प्रत्येक मौमीन छोटा हो या बड़ा खुदा की राह में रोजा रखने की नीयत से अपनी अकीदत पेश कर रहे थे। मुस्लिम मौहल्लों व घरों में माहे रमजान की खुशियों का आलम नजर आया। मौमीन भाई और बहिनें एक-दूजे को माहे रमजान व चांद की मुबारकबाद दे रहे थे। जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना ने बताया कि रमजान का पहला रोजा शनिवार को अल सुबह शुरू होगा। जिसका खत्म सहरी समय अलसुबह 3 बजकर 55 मिनट होगा तथा रोजा इफ्तारी समय देर शाम 6 बजकर 27 मिनट होगा।
जहीरुल उलुम निस्वा ग्रलस मदरसे के प्रबंधक अबुलैस अंसारी ने मोमीन भाइयों से अपील करते हुए कहा कि मुल्क कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। ऐसे में हम सबको प्रशासन के निर्देशों की पालना करते हुए सच्चे मुसलमान का परिचय देना है। माहे रमजान के दौरान मोमीन भाई व बहिनें मस्जिदों में ना जाकर अपने अपने घरों में ही नमाज़, तराबीह, इबादत करें। मुल्क की खुशहाली के लिए कोरोना के खात्मे की ख़ुदा की बारगाह में दुआएं करें।
