नई दिल्ली। भारत में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत...
नई दिल्ली। भारत में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों के साथ अभद्रता या धमकाने पर सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है। हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए यह तय किया गया है कि अगर किसी ने पत्रकारों को धमकाने की कोशिश की, तो उसे 50,000 रुपये तक का जुर्माना भरना होगा और तीन साल तक की जेल भी हो सकती है। यह फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद लिया गया है, जिसमें पत्रकारों के खिलाफ हो रही घटनाओं पर चिंता जताई गई थी। पत्रकारों को धमकाना और रिपोर्टिंग के दौरान बाधाएं डालना अब आम बात हो गई है, लेकिन सरकार ने इस पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग पत्रकारों को धमकाते हैं, उन्हें 24 घंटे के भीतर जेल भेजा जाएगा और उन्हें जमानत भी आसानी से नहीं मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारों को सम्मान देना अब अनिवार्य है, और अगर कोई पत्रकार से अभद्रता करता है, तो उसे इसका परिणाम भुगतना होगा। हालांकि, पत्रकारों पर हमले और हिंसा के मामले महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी लगातार सामने आते रहे हैं। भारत में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी चिंता जताई गई है, और इसे दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक माना जाता है। हर साल, कई पत्रकार अपनी जान गंवाते हैं या धमकियों का सामना करते हैं, जिससे पत्रकारिता पर संकट मंडरा रहा है। इस नए नियम से उम्मीद की जा रही है कि पत्रकारों की सुरक्षा में सुधार होगा और उन्हें बिना किसी डर के अपना काम करने का अधिकार मिलेगा।