जोधपुर: राजस्थान सरकार द्वारा सोनू नट को राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर में आंतरिक राजकीय अधिवक्ता एवं अपर लोक अभियोजक नियुक्त किए जाने पर...
जोधपुर: राजस्थान सरकार द्वारा सोनू नट को राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर में आंतरिक राजकीय अधिवक्ता एवं अपर लोक अभियोजक नियुक्त किए जाने पर विमुक्त समुदाय में हर्ष की लहर दौड़ गई है। सोनू भांतु समुदाय की नट जाति से हैं, जहां साक्षरता दर अत्यंत कम है। इस समुदाय की किसी महिला का शिक्षित होकर इस मुकाम तक पहुंचना मानो अंधकार में दीपक की रोशनी दिखाने जैसा है।
महान समाज सुधारक अजय सांसी ने इस अवसर पर कहा, हमारे भांतु समुदाय में जीवन का अर्थ केवल जन्म लेना, संतान उत्पन्न करना और मर जाना ही समझा जाता है। सामाजिक सरोकार और जीवन के अन्य पहलुओं से हमारा कोई संबंध नहीं रहा है। विशेष रूप से महिलाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय है। ऐसे में सोनू जी का संघर्ष और उनकी उपलब्धि हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हमारा संपूर्ण समुदाय सरकार और उनके संगठन का आभार प्रकट करता है कि उन्होंने सोनू जी को इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए चुना। सोनू जी की काबिलियत और उनके द्वारा स्थापित कीर्तिमान हम सभी के लिए आदर्श हैं। हम इस दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं कि हमारे समाज की महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलें और अपना जीवन स्तर सुधारें। हमारा उद्देश्य है कि महिलाओं को शिक्षित कर, उन्हें कौशल युक्त बनाया जाए और उन्हें सुसज्जित रोजगार की ओर अग्रसर किया जाए। इस दिशा में हमें धीरे-धीरे सफलता भी मिल रही है। ऐसे समाचार जब हमारे समाज में आते हैं, तो हमारे कार्य करने की गति और तेज हो जाती है और उम्मीद की किरण से हमारा हौसला बढ़ता है।
सोनू की नियुक्ति के उपलक्ष्य में, सांसी बस्ती रातानाडा में भांतु समुदाय की कौशल युक्त और शिक्षित महिलाओं ने सोनू जी का स्वागत और अभिनंदन किया। उन्होंने सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने हमारी समाज की एक बेटी को उसकी काबिलियत के आधार पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। इस अवसर पर संयोजक सुश्री सुमन गोमाणी और सह-संयोजक सुश्री सपना हेमावत ने सोनू को पारंपरिक दुपट्टा पहनाकर उनका स्वागत किया।
सोनू ने इस अवसर पर कहा, मैं राजस्थान सरकार और सभी मान्यवरों का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं। और कभी भी जिंदगी में हार न मानें। हमारे समुदाय का विकास शिक्षा के माध्यम से ही संभव है। शिक्षा ही सभी समस्याओं का समाधान है। एक शिक्षित महिला दो परिवारों को शिक्षित करती है, जिससे समाज का दोगुना विकास होता है। परिस्थितियां चाहे कैसी भी हों, हमें शिक्षा का साथ नहीं छोड़ना चाहिए। कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से हम न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि अपने पूरे समाज का सर्वांगीण विकास भी कर सकते हैं।
विमुक्त जनजातियों के भांतु समुदाय की विभिन्न जातियों को एकजुट कर, हम समन्वय और विकास के लिए कार्य कर रहे हैं, ताकि समाज के सभी वर्गों को आगे बढ़ने का समान अवसर प्राप्त हो सके।
यह नियुक्ति न केवल सोनू जी की व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि पूरे भांतु समुदाय के लिए गर्व का क्षण है। यह दर्शाता है कि शिक्षा और दृढ़ संकल्प के माध्यम से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।
 
 
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