लॉकडाउन और सामाजिक दूरी का पालन करके कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करें। मुफ्ती अब्बास अजहरी कप्तानगंज बस्ती अबुलैस अंसारी ब्य...
लॉकडाउन और सामाजिक दूरी का पालन करके कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करें। मुफ्ती अब्बास अजहरी कप्तानगंज बस्ती
अबुलैस अंसारी ब्यूरो चीफ कुशीनगर
कोरोना (Covid19) एक घातक जानलेवा वायरस है जिसने दुनिया भर में ऐसा कहर बरपा किया है कि कई देशों की स्थिति बहुत ही खराब हो गयी है और लाशों का ऐसा ढेर लगा दिया है कि लाशों की गिनती करना मुश्किल हो गया है और अस्पतालों में बेड और कब्रिस्तान में दफन करने के लिए जगह कम पड़ गयी है! और हमारे देश में भी इस खतरनाक वायरस से निपटने और इसके बढ़ते हुए प्रभावों को रोकने और सीमित करने के लिए
के शासन एवं प्रशासन द्वारा लॉकडाउन लागू किया गया है जो बहुत ही अवश्यक और महत्वपूर्ण उपाय है जिसका पालन करना हम सभी के लिए बहुत बहुत ही जरूरी है। ये विचार एक प्रेस विज्ञप्ति में मुफ्ती अब्बास अजहरी अजहरी फाउंडेशन कप्तानगंज बस्ती द्वारा व्यक्त किए गयें । और आप ने कहा कि कुछ प्रांतों से ऐसी खबरें आ रही थीं कि कोरोना वायरस रोक-थाम करने वाले पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का सहयोग नहीं किया जा रहा है बल्कि उनसे गलत व्यहार किया जा रहा है और सोशल डिसडिंग का ख्याल नहीं किया जा रहा है यह बहुत ही दुखद घटना और दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है ! दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए ।और उन्हें यह बताने की जरूरत है कि किसी खतरनाक चीज को किसी स्थान पर प्रवेश करने या किसी अन्य हानिकारक चीज को रोकने के लिए ही लॉकडाउन की आवश्यकता पड़ती है और करोना वायरस के कारण यह समय हमारे देश में चल रहा है और प्रतिदिन पुलिस, डाक्टर, नर्स और सफाई कर्मचारी अदि अपनी जानों को जोखिम में डाल कर हम सभी की रक्षा और सेवा में लगे हुए हैं हमें इनका सम्मान करते हुए सहयोग करना चाहिए। कुछ स्थानों पर लाकडाउन के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है और उन्हें अभी भी परेशान किया जा रहा है। ऐसे लोग समझाने से भी नहीं रूक रहे हैं ऐसे लोगों को प्रशासन के आदेशों और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के लिए धार्मिक गुरुओं, बुद्धिजीवी और स्थानीय लोगों की सहायता लेनी चाहिए ताकि करीना वायरस से निपटने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जो तेज गति से युद्ध चल रहा है वे कमजोर न होने पाये और उस पर विजय प्राप्त हो सके। और मुफ्ती साहब ने अंत में कहा कि कई छात्र और छात्राएं ,मजदूर और कारीगर दोसरे राज्यों में फंसे हुए हैं और वहाँ उचित सुविधाओं की कमी के कारण मानसिक और शारीरिक अवसाद से पीड़ित हैं और सामाजिक दूरी बनाने में सक्षम नहीं हैं अतः केंद्र और राज्य सरकारों से अनुरोध है कि उन्हें चिकित्सा जांच के साथ सुरक्षित उनके घर पहुँचायें ताकि देशवासियों की समस्याओं का समाधान हो सके और लाकडाउन का उद्देश्य पूरा हो सके और जल्दी से कोरोना वायरस से छुटकारा मिल सके।
अबुलैस अंसारी ब्यूरो चीफ कुशीनगर
कोरोना (Covid19) एक घातक जानलेवा वायरस है जिसने दुनिया भर में ऐसा कहर बरपा किया है कि कई देशों की स्थिति बहुत ही खराब हो गयी है और लाशों का ऐसा ढेर लगा दिया है कि लाशों की गिनती करना मुश्किल हो गया है और अस्पतालों में बेड और कब्रिस्तान में दफन करने के लिए जगह कम पड़ गयी है! और हमारे देश में भी इस खतरनाक वायरस से निपटने और इसके बढ़ते हुए प्रभावों को रोकने और सीमित करने के लिए
के शासन एवं प्रशासन द्वारा लॉकडाउन लागू किया गया है जो बहुत ही अवश्यक और महत्वपूर्ण उपाय है जिसका पालन करना हम सभी के लिए बहुत बहुत ही जरूरी है। ये विचार एक प्रेस विज्ञप्ति में मुफ्ती अब्बास अजहरी अजहरी फाउंडेशन कप्तानगंज बस्ती द्वारा व्यक्त किए गयें । और आप ने कहा कि कुछ प्रांतों से ऐसी खबरें आ रही थीं कि कोरोना वायरस रोक-थाम करने वाले पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का सहयोग नहीं किया जा रहा है बल्कि उनसे गलत व्यहार किया जा रहा है और सोशल डिसडिंग का ख्याल नहीं किया जा रहा है यह बहुत ही दुखद घटना और दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है ! दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए ।और उन्हें यह बताने की जरूरत है कि किसी खतरनाक चीज को किसी स्थान पर प्रवेश करने या किसी अन्य हानिकारक चीज को रोकने के लिए ही लॉकडाउन की आवश्यकता पड़ती है और करोना वायरस के कारण यह समय हमारे देश में चल रहा है और प्रतिदिन पुलिस, डाक्टर, नर्स और सफाई कर्मचारी अदि अपनी जानों को जोखिम में डाल कर हम सभी की रक्षा और सेवा में लगे हुए हैं हमें इनका सम्मान करते हुए सहयोग करना चाहिए। कुछ स्थानों पर लाकडाउन के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है और उन्हें अभी भी परेशान किया जा रहा है। ऐसे लोग समझाने से भी नहीं रूक रहे हैं ऐसे लोगों को प्रशासन के आदेशों और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के लिए धार्मिक गुरुओं, बुद्धिजीवी और स्थानीय लोगों की सहायता लेनी चाहिए ताकि करीना वायरस से निपटने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जो तेज गति से युद्ध चल रहा है वे कमजोर न होने पाये और उस पर विजय प्राप्त हो सके। और मुफ्ती साहब ने अंत में कहा कि कई छात्र और छात्राएं ,मजदूर और कारीगर दोसरे राज्यों में फंसे हुए हैं और वहाँ उचित सुविधाओं की कमी के कारण मानसिक और शारीरिक अवसाद से पीड़ित हैं और सामाजिक दूरी बनाने में सक्षम नहीं हैं अतः केंद्र और राज्य सरकारों से अनुरोध है कि उन्हें चिकित्सा जांच के साथ सुरक्षित उनके घर पहुँचायें ताकि देशवासियों की समस्याओं का समाधान हो सके और लाकडाउन का उद्देश्य पूरा हो सके और जल्दी से कोरोना वायरस से छुटकारा मिल सके।
