बरेली। सुमित कुमार सिंह संवाददाता बरेली । सोमवार को कमिश्नर और डीएम ने पीडब्ल्यूडी की टीम के साथ इसका मुआयना किया। डीएम ने पीडब्ल्य...
बरेली।
सुमित कुमार सिंह संवाददाता बरेली ।
सोमवार को कमिश्नर और डीएम ने पीडब्ल्यूडी की टीम के साथ इसका मुआयना किया। डीएम ने पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन से रोड चौड़ीकरण के लिए पैमाइश कर इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने सेटेलाइट फ्लाईओवर और उसकी सर्विस रोड का निर्माण भी जल्द पूरा करने को कहा है।
सेटेलाइट बस अड्डे से लखनऊ की ओर से हर दिन सैकड़ों की तादाद में रोडवेज बसें इसी रोड से होकर गुजरती हैं। आबादी बढ़ने के साथ ही शहर के ट्रैफिक का दबाव भी लगातार इस रोड पर बढ़ रहा है, लेकिन ये रोड अभी टू लेन ही है। इससे नरियावल, नकटिया और सेटेलाइट चौराहे के पास अक्सर जाम लगा रहता है। सेटेलाइट पर फ्लाईओवर बनने से भी रोड की चौड़ाई कम हो रही है। शहर की महत्वपूर्ण एंट्री रोड को चौड़ा करने के लिए प्रशासन प्लानिंग बना रहा है। सोमवार को कमिश्नर रणवीर प्रसाद और डीएम नितीश कुमार ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ इस रोड का जायजा लिया। अधिकारियों का कहना है कि इस रोड के दोनों ओर काफी जगह बाकी है। इसलिए इसे फोरलेन या सिक्सलेन बनाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इस रोड को लेकर यह भी समस्या जताई गई कि अभी यह रोड कई जगह पर चौड़ा तो कुछ जगहों पर कुछ कम चौड़ा है। इसलिए यहां एक्सीडेंट की आशंका बढ़ जाती है। डीएम ने पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन वीएम शर्मा को निर्देशित किया कि रजऊ से सेटेलाइट तक पूरे रोड की अच्छी तरह से नापजोख करके यह रिपोर्ट दें कि इस सड़क को फोरलेन बनाने के लिए कितनी जमीन की जरूरत है। इसमें कितने पेच फंस रहे हैं। डीएम ने कहा कि रोड चौड़ीकरण और डिवाइडर पर कितना खर्च आएगा इसका आंकलन करते हुए जल्द ही डीपीआर तैयार करें। डीएम ने निर्माणाधीन सेटेलाइट फ्लाईओवर के पास भी सर्विस रोड को चौड़ा करने के निर्देश दिए। सेतु निगम के स्टाफ ने बताया कि कोशिश की जा रही है कि मार्च तक फ्लाईओवर का निर्माण पूरा हो जाएगा।
‘सेटेलाइट से रजऊ परसपुर तक रोड को फोरलेन बनाना जाएगा। चूंकि शहर का यह मेन एंट्री रोड है। ट्रैफिक का दबाव भी बढ़ रहा है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी से इसे फोरलेन बनाने के निर्देश दिए ।
