जोधपुर। शहर में शांति व अमन बना रहे इसके मद्देनजर दारुल उलूम इशहाकिया में एक विशेष बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गय...
जोधपुर। शहर में शांति व अमन बना रहे इसके मद्देनजर दारुल उलूम इशहाकिया में एक विशेष बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि शहर में किसी मुस्लिम समाज के आयोजन हेतु दारुल उलूम इशहाकिया के सहमति लेना अनिवार्य किया गया है। अक्सर यह देखा जाता है कि मुस्लिम समाज की ओर से जब भी कोई विरोध प्रदर्शन होता है तो कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर उसका ऐलान कर देता है उसके बाद सभी मौलानाओ को भी कहा जाता है कि मस्जिद में ऐलान किया जाए बिना किसी सहमति के कई बार ऐसा ऐलान भी कर दिया जाता है इन मामलों की गंभीरता को देखते हुए मुफ़्ती-ए-आजम राजस्थान जनाब शेर मोहम्मद ने सभी इमामो को निर्देश दिया कि बिना दारुल उलूम इशहाकिया की अनुमति के कोई भी सार्वजनिक ऐलान नहीं किया जाएगा एवं सभी मुस्लिम संगठनों से भी निवेदन किया गया कि जो कोई भी ऐसा आयोजन करना चाहे वह दारुलु उलूम इशहाकिया में संपर्क कर सकता है कमेटी उस आयोजन के लिए कानून की समीक्षा कर अपनी तरफ से उसे अनुमति प्रदान करेगा जिससे शहर में कानून व्यवस्था बनी रहे और समाज की ओर से किसी को कोई तकलीफ ना हो बैठक में सभी इमामो ने इस बात पर सहमति जताई। बैठक के बाद शहर में अमन व चैन की दुआ भी की गई जिससे शहर में शांति बनी रहे बैठक में मौलाना आलमगीर, कारी मौलाना मोहम्मद इकराम, मौलाना इदरीश, मौलाना बरकत अली एवं शहर के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे

