जालोर । जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि जिले में जनोपयोगी विकास कार्यों और प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं एजेसी...
जालोर ।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि जिले में जनोपयोगी विकास कार्यों और प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं एजेसींज माइक्रोमैनेज सिस्टम अपनाकर लम्बित प्रकरणों का स्टेट्स शुन्य करें।
जिला कलक्टर कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में जिले के विकास कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा एवं बीस सूत्री कार्यक्रम की बैठक ले रहे थे। उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियन्ता ताराचन्द कुलदीप एवं के.एल.कान्त से कहा कि ग्रामीण जल वितरण योजना प्रबन्धन की कमियों को दूर कर नर्मदा नहर परियोजना में पम्पिंग स्टेशन और जल वितरण व्यवस्था को पुख्ता करें। उन्होंने गर्मी में पानी प्रबन्धन की व्यवस्था के लिए अभी से योजना बनाकर क्रियान्वित करने पर भी जोर दिया। हैड पंप व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली।
जिला कलक्टर ने सीमित संसाधनों में जनहित के कार्यों को अधिक से अधिक करने पर जोर देते हुए स्वच्छ पेयजल के लिए स्थापित आर.ओ. की वस्तुस्थिति और निगरानी व्यवस्था को प्रभावी बनाने को भी कहा। उन्होंने सम्पर्क पोर्टल पर लम्बित मामलों को निर्धारित समयावधि में निपटाने, मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा प्राप्त प्रकरणों को संवेदनशीलता से निस्तारित करने एवं स्टारमार्क से चिन्हित प्रकरणों को पहले निस्तारित करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि नर्मदा नहर परियोजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में चिन्हित स्थानों पर पम्पिंग स्टेशन का कार्य चल रहा है। इसमें 138 गांवों में से 75 गांवों को लाभान्वित किया जा रहा है शेष 53 गांवों का कार्य भी शीघ्र पूरा करने के प्रयास किये जायेंगे।
श्री गुप्ता ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता आर.पी.नवल से कहा कि न्यायालय परिसर में निर्माणाधीन विभिन्न भवनों, उपखण्ड अधिकारी भवन, तहसीलदार सायला का भवन का कार्य शीघ्र पूरा करने पर बल देते हुए राजकीय आवासों की मरम्मत कराने को भी कहा। उन्होंने रानीवाड़ा में बने भवन और कार्य के प्रति संतोष व्यक्त किया। सर्किट हाउस के कार्य को गति देने एवं गौरव एवं विकास पथ के कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी प्राप्त की।
जिला कलक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.एस.देवल से कहा कि निरोगी राजस्थान योजना गाइडलाइन के अनुरूप क्रियान्वित करें साथ ही दिव्यांगजन को जारी किये जाने वाले प्रमाण पत्र के लम्बित प्रकरणों को निपटायें। इसके लिए शिविर लगाने के निर्देश भी दिये। एन.एन.एम. प्रबन्धन को संवेदनशील बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे दिव्यांगजन जो वृद्धावस्था पेंशन पहले से ही प्राप्त कर रहे हैं उनकी सूची बनाने के निर्देश भी दिये। पालनहार योजना के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सुल्तान बानो के वेतन का मामला निपटाने और अधिकारियों से पूर्ण सूचना के साथ बैठक में आने को कहा। जिला रसद अधिकारी लल्लूराम मीणा से रिक्त उचित मूल्य की दुकानों के आवंटन के बारे में कार्यवाही करने और रसद वितरण व्यवस्था पर निगरानी रखने को कहा। जिला कलक्टर ने रोड़़ एवं स्ट्रीट लाइट्स प्रबन्धन के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने, सुंदेलाव तालाब को गहरा करने के लिए डिसल्टिंग कार्य करने के निर्देश भी दिये। सीवरेज व्यवस्था कार्यों के बारे में भी जानकारी ली। अतिरिक्त जिला कलक्टर सी.एल.गोयल ने अधिकारियों से विकास कार्यों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा कर जिला कलक्टर को अवगत कराया। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कविया, जालोर उपखण्ड अधिकारी एवं नगरपरिषद आयुक्त चम्पालाल जीनगर, उप पुलिस अधीक्षक प्रमोद के. पांडे, उप वन संरक्षक मंगलसिंह, जालोर तहसीलदार मादाराम मीना, वाटरशेड के अधीक्षण अभियन्ता अरूण कुमार आमेटा, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक ओंकार पाटीदार, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक अशोक कुमार विश्नोई, कोषाधिकारी कानाराम प्रजापत, जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र कुमार शर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
