गो सेवा के लिए करीब पचास एकड़ कृषि भूमी पर उगाते हे हरी घास सिरोही/ रेवदर। प्रत्येक जीव के प्रति प्रेम दया भाव रखना ही मानवता...
गो सेवा के लिए करीब पचास एकड़ कृषि भूमी पर उगाते हे हरी घास
सिरोही/ रेवदर। प्रत्येक जीव के प्रति प्रेम दया भाव रखना ही मानवता का यही धर्म है। मानव के लिए गौ सेवा से बढ़ कर कोई बड़ी सेवा नहीं है। इस कार्य को भीषण गर्मी ओर अकाल जेसी स्थित में सिद्ध कर दिखाया मोनटेक्स पेन ग्रूप के एमडी रमणभाई जैन ने। जो प्रत्येक वर्ष गर्मियों के मौसम में चार माह के लिए गायों के लिये हरे चारे की व्यवस्था करते हे। ओर गायों के लिए निःशुल्क हरी घास उपलब्ध करवाते हे। जैन निम्बज, जीरावला व शंखेश्वर जेन तीर्थ धाम में समाज सेवा के लिए ट्रस्टी भी हे। रमणभाई जैन का सिरोही जिले सम्मान के साथ हर एक व्यक्ति के मुँह पर लिया जाता हे। भामाशाह जेन ने गो सेवा के साथ राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र , सहित अन्य जगहों पर अपनी एक अलग ही पहचान बनाई हुई है। जैन निम्बज गरीब जनता के लिए एक मसीहा से कम नही हैं।
करीब पचास एकड़ कृषि पर उगाते हे हरी घास
गो सेवा के एक ऎसा जज्बा की कृषि भूमी पर खेती की बात तो सूनी होगी । लेकिन सिर्फ गो माता की सेवा के लिए रमणभाई जेन द्वारा निम्बज, केशुआ, अनापुर, नंदगाँव गोशाला , दांतराई गोशाला, हिमतपुरा, सहित आसपास के गावों में हरा चारे डालने के लिए करीब पचास एकड़ भूमी पर हरा चारा उगाया जाता है। जीवदया में नाम करने वाले जीव प्रेमी रमणभाई जैन रेवदर तहसील के निम्बज गाँव के निवासी है। जैन छत्तीस कोम को आदर भाव देते है। ओर सभी को एक समान सम्मान देते हे इस कारण से जनता भी बहुत सम्मान ओर आदर के साथ नाम लेती है।
गुप्तदान में ज्यादा विश्वास रखते हे: जैन
रमणभाई जैन बताते है की गायों व गरीबों कि सेवा करने से शकुन मीलता है। किसान नेता सुजान सिंह वडवज ने बताया रमणभाई जैन जन सेवा करने का शोक रखते हे। जैन जो भी पुण्य का काम करते है। गुप्त रखने में ज्यादा विश्वास करते हे। न की किसी अन्य समाजसेवीयों की तरह नाम में ज्यादा रूचि नही लेते हे।। रमणभाई जैन मोनटेक्स पेन के मालिक है। ओर इनका व्यवसाय पुरे विश्व मे फेला हुआ है। जैन सीधे साधे स्वभाव के होने के कारण बडे उघोगपति होने के बावजूद भी गरीब व छोटे लोगों का आदर से सम्मान करते हे। लोग बताते हे की जेन से कभी की हर समय कोई नेक काम के लिए मदद मांगी हो तो कभी किसी को खाली हाथ निराश नही लौटने देते हे। जेन समाजसेवा व गो सेवा के साथ साथ राजनीति मे उसे रूचि रखते है। वैसे जैनराजनीतिक के बहुत बड़े खिलाड़ी भी माने जाते हे। जो हार जीत कि गणित को बताने में माहिर जाने जाते हे।
