सिरोही रेवदर- समीपवर्ती भटाणा गाँव में किशोर किशोरी के मोत के मामले को लेकर ग्रामीणों व पीडित परिवार के बीच पुलिस प्रशासन क...
सिरोही रेवदर- समीपवर्ती भटाणा गाँव में किशोर किशोरी के मोत के मामले को लेकर ग्रामीणों व पीडित परिवार के बीच पुलिस प्रशासन के लगातार पिछले दिनों से समझाइस के प्रयास के बाद भी बात नही बनी। गोरतलब हे की भटाणा गाँव में 23 अप्रेल को एक कृषि कुंए पर एक लडकी व एक लडके का शव पेड पर लटका मिला था। जिसकी निष्पक्ष जांच नही होने से पीडित परिवार ने एसडीएम को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने को लेकर ज्ञापन दिया था। जिसको लेकर सोमवार को पीडित परिवार सहित ग्रामीणों ने जीरावल चोराहे पर एसडीएम कार्यालय तक रेली निकाली। उसके बाद बैनर तले एसडीएम कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के लिए पहुँचा । मामले में परिवार लोगों का आरोप हे की किशोर किशोरी की हत्या की गई है। लेकिन पुलिस इसे आत्महत्या बता रही हे। पीडित परिवार के लोगों ने निष्पक्ष जांच नही होने पर सात दिन बाद आत्मदाह करने को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी दिया हे।
भीषण गर्मी के कारण बिगडी महिलाएं की तबियत
अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को लेकर आए लोगों को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की आचार संहिता होते हुए परमिशन नही मिलने के कारण महिलाओं भीषण गर्मी में वही जमीन पर सो गई। लेकिन कुछ समय बाद महिला की तबियत ज्यादा खराब हो गई जिसके कारण महिला बेहोश हो गई। उसके बाद एसडीएम कार्यालय में बेठा पुलिस प्रशासन बहार आया ओर महिलाओं को छाया में ले जाया गया। उसके बाद प्रशासन ने पीडित परिवार को लोगों व कुछ ग्रामीणों को अन्दर बुलाया ओर समझाइस की। लेकिन ग्रामीण नही माने तब प्रशासन ने आरोपियो को 48 घंटे का समय मांगा। जिसमें आरोपियो को गिरफ्तार किया जाएगा। विधायक कोली भी समझाइस के लिए पहुँचे एसडीएम कार्यालय अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने आए ग्रामीणों का विवाद बढने के बाद रेवदर विधायक जगसीराम कोली भी मोके पर पहुँचे। ओर एसडीएम व पुलिस प्रशासन को मामले में जल्द आरोपियो को गिरफ्तार करने की बात कही। वही थोडी देर बाद थानाधिकारी गोपाल सिंह, डिप्टी फाउलाल मीणा व विधायक ग्रामीणों के बीच पहुँचे ओर बताया की पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कर रही हे। पिछले पन्द्रह दिनों से कार्यवाही जारी हे ओर 48 घंटे का समय मांग । जिसमें आरोपियो को गिरफ्तार किया जाएगा। मामले की जांच को लेकर एक कमेटी भी निर्धारित की गई। जिसमें होने वाली जांच में कमेटी के सदस्यों को सम्मिलित किया जाएगा।