जिनाज्ञानुसारी साधना शक्ति साधुपद से --हर्षपूर्णाश्रीजी । दर्शन पद महिमा गुणगान एवं सत्तर भेदी पूजन 16 को । जोधपुर क्रियाभ...
जिनाज्ञानुसारी साधना शक्ति साधुपद से --हर्षपूर्णाश्रीजी ।
दर्शन पद महिमा गुणगान एवं सत्तर भेदी पूजन 16 को ।
जोधपुर क्रियाभवन में चल रही नवपद आराधना व महावीर जन्म कल्याणक 17 अप्रैल को महावीर पंचकल्याणक पूजन सहित कई धार्मिक कार्यक्रमों के साथ महावीर जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा ।मुख्य शोभायात्रा में इंद्र ध्वजा व परमात्मा का चांदीयुक्त रथ यात्रा निकाली जाएगी । संघ प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया कि नगर स्थित रत्न प्रभ धर्म क्रिया भवन में साध्वी हेमलताश्री व साध्वी हर्षपूर्णाश्री के सानिध्य में नवपद आराधना के पंचम दिवस साधुपद की महिमा गुणगान किया गया व लाभार्थी परिवार द्वारा वल्लभ महिला मंडल ने संगीतमय वातावरण के साथ अष्टापद पूजन किया ।
नवपद दरम्यान साधुपद महिमा पर बोलती हुई साध्वी हर्षपुर्णाश्री ने कहा कि साधु भगवंतों से साधना का मार्ग प्रशस्त होता है ।
उन्होंने कहा कि जिनाज्ञानुसारी साधना करने की शक्ति साधु पद से मिलती है , परमात्मा व गुरू की भक्ति से सोच सकारात्मक बनती है व ज्ञान शुद्बि और केवल भाव सुधरता है । विनायकिया ने बताया कि नवपद आराधना के तहत 16 अप्रैल को दर्शन पद गुणगान एवं सत्तरभेदी पूजन का आयोजन किया जाएगा ।
संघ सचिव उम्मेदराज रांका व संघ मिडिया प्रभारी मनिष मेहता विनायकिया ने बताया कि महावीर जन्मोत्सव के उपलक्ष्य पर 17 को शंख ध्वनी से परमात्मा स्नात्र पंच कल्याणक पूजन के साथ महावीर जन्मोत्सव मनाया जाएगा व चांदी युक्त परमात्मा का रथ तथा इंद्र ध्वजा आकर्षक रूप से मुख्य शोभा यात्रा की शोभा बढ़ायेगी ।